पतंजलि दिव्य गोधन अर्क एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है जो गोमूत्र या गोमूत्र से बनाई जाती है। इसके कई फायदे हैं और यह कई गंभीर बीमारियों को ठीक करता है। यह आपको लीवर और पेट की समस्याओं से निजात दिलाता है। यह एक्जिमा को ठीक करता है, मधुमेह और कैंसर को नियंत्रित करता है।
दिव्य गोधन आर्क में विषहरण करने वाले गुण होते हैं जो पर्यावरण या अस्वास्थ्यकर जीवनशैली से जमा हुए विषाक्त पदार्थों से आपके सिस्टम को साफ करते हैं। दिव्य गोधन आर्क के साथ समग्र इलाज प्राप्त करें और आयुर्वेदिक उपचार का अनुभव करें। ( Benefits of Patanjali Godhan Ark in Hindi)
गोधन अर्क और गोमूत्र दोनो ही एक समान रूप से काम करता है, दोनो ही समान फायदे मंद होते है। गोधन अर्क के प्रकृति गरम होती है, इसलिए इसे ज्यादा सेवन ना करे। गर्भवती, स्तनपान कराने वाली माताएं इसे सेवन ना करे। जरूरत होने पर डॉक्टर की सलाह ले।
पतंजलि गोधन अर्क ज्यादा मात्रा में लेने से नुकसान पहुंचा सकते हैं। हमेशा सही मात्रा में इसका सेबन करे।
पतंजलि दिव्य गोधन अर्क के फायदे
गो-मूत्र महान अमृत, उचित आहार, हृदय को प्रसन्न करने वाला, मानसिक और शारीरिक बल देने वाला, दीर्घायु को बढ़ाने वाला है। यह पित्त, श्लेष्मा और वायु को संतुलित करता है। हृदय रोग और विष के प्रभाव को दूर करने वाला।
गोमूत्र तथा गोधन अर्क का प्रयोग अनेक प्रकार के रोगों में किया जाता है। ( Patanjali godhan Ark Benefits in Hindi)
- गोधन अर्क कैंसर से बचाव के लिए इससे इस्तेमाल किया जाता है।
- गोधन अर्क इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
- गोधन अर्क डायबिटीज मरीजों के लिए भी फायदेमंद है।
- यह रक्त में कोलेस्ट्रॉल को कम करने में उपयोगी है।
- गोधन अर्क सीरम ट्राइग्लिसराइड्स को कम करता है।
- इसका उपयोग मोटापे में वजन कम करने के लिए किया जाता है।
- इसका उपयोग खांसी के इलाज में किया जाता है।
- यह महिलाओं में ल्यूकोरिया (योनि स्राव) के इलाज के लिए दिया जाता है।
- गोधन अर्क रक्त शर्करा को कम करता है।
पतंजलि दिव्य गोधन अर्क की सामग्री
गाय का मूत्र
- एजेंट जो मुक्त कण गतिविधि को कम करने और ऑक्सीडेटिव तनाव और क्षति को रोकने में मदद करते हैं।
- माइक्रोबियल रोगजनकों को खत्म करने या उनके विकास को रोकने के लिए उपयोग की जाने वाली दवाएं।
गोधन अर्क कैसे बनता है
पतंजलि दिव्य गोधन अर्क की कीमत
पतंजलि गोधन अर्क सेवन विधि
- दिव्य गोधन अर्क सर्वाधिक 10 से 15 ml लेना चाहिए।
- गोधन अर्क दिन में दो बार ले सकते हैं ।
- गोधन अर्क सुबह खाली पेट सेवन करना चाहिए।
- गुण गुना गरम पानी के साथ ले सकते है।
- एसिडिटी में इससे मधु के साथ ले सकते है।
पतंजलि गोधन अर्क के नुकसान
पतंजलि गोधन अर्क लेने में सावधानी
- इसके सेवन से पहले किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाले माताएं इसे सेवन ना करे। जरूरत होने पर डॉक्टर से सलाह लें।
- गोधन अर्क के सेवन से गर्मी की अहसास होता है, इसलिए इसे ज्यादा मात्रा में नही लेना चाहिए। गर्मी के मौसम दौरान इसी कम मात्रा में सेवन करे।